पश्चिम रुकुम- जाजरकोट सबसे ज्यादा प्रभावित, दिल्ली, मध्य प्रदेश, यूपी में भी असर रहा
नई दिल्ली। नेपाल में शुक्रवार रात करीब 11 बजकर 32 मिनट पर 6.4 तीव्रता का भूकंप आया। काठमांडू पोस्ट के मुताबिक, अब तक 157 लोग मारे जा चुके है। सैकड़ों घरों के नुकसान की भी खबर है। हालांकि इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं आया है। वहीं, इस दौरान घायल हुए लोगों को इलाज के लिए भारत लाया जा सकता है।
भूकंप का केंद्र काठमांडू से 331 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में 10 किमी जमीन के नीचे था। जाजरकोट और रुकुम पश्चिम जिले में भूकंप का असर सबसे ज्यादा देखा गया। यहां अब तक 105 और 38 लोगों की मौत हो चुकी है। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड हालात का जायजालेने जाजरकोट पहुंच चुके हैं। नेपाल की सरकार ने दोनों जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए लगभग 6 करोड़ 30 लाख नेपाली रुपए का फंड जारी किया है।
इसमें पश्चिम रुकुम और जाजरकोट को 3-3 करोड़ रुपए दिए जाएंगे। भूकंप का असर भारत में भी देखने को मिला। दिल्ली-एनसीआर केअलावा उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा,पंजाब और बिहार की राजधानी पटना में झटके महसूस किए गए। हालांकि भारत में किसी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।
पीएम मोदी ने कहा- मुश्किल घड़ी में हम नेपाल के साथ
नेपाल के पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड ने तीनों सिक्योरिटी एजेंसियों को रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटने के निर्देश दिए हैं। वहीं पीएम मोदी ने भी नेपाल के भूकंप मरने वाले लोगों के प्रति संवेदनाएं व्यक्ति की हैं। उन्होंने मुश्किल घड़ी में नेपाल की मदद करने का भरोसा जताया।
नेपाल में साल 2015 में 7.8 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी। इस दौरान करीब 9 हजार लोग मारे गए थे।