ओपरेशन सिन्दूर : भारतीय अध्ययन पाकिस्तान में आतंक का सबसे बड़ा प्रहार | जानिए पूरा मिशन क्या है?
स्थान: नई दिल्ली:- ऑपरेशन सिन्दूर क्या है? | (ऑपरेशन सिन्दूर क्या है?)ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा 6 मई 2025 को पाकिस्तान और पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर की गई एक सटीक और संगठित सैन्य कार्रवाई है। यह ऑपरेशन 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रतिशोध में किया गया, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी, जिनमें अधिकांश हिंदू पर्यटक थे
ऑपरेशन सिंदूर: एक विस्तृत विश्लेषण
1. ऑपरेशन का उद्देश्य
इस ऑपरेशन का मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान और PoK में स्थित आतंकवादी संगठनों के ठिकानों को नष्ट करना था, जो भारत में आतंकी हमलों की योजना बना रहे थे। विशेष रूप से, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के प्रशिक्षण शिविरों को निशाना बनाया गया
2. ऑपरेशन का नाम: 'सिंदूर'
'सिंदूर' भारतीय संस्कृति में विवाह और सुहाग का प्रतीक है। इस नाम के चयन के पीछे पहलगाम हमले में मारे गए विवाहित पुरुषों की विधवाओं के प्रति सम्मान और उनके दर्द को साझा करने की भावना है
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समय और अवधि: ऑपरेशन 6 मई की रात को शुरू हुआ और लगभग 23 मिनट तक चला ।
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लक्ष्य: पाकिस्तान और PoK में स्थित 9 आतंकवादी ठिकानों पर 24 सटीक मिसाइल हमले किए गए ।
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प्रमुख लक्ष्य: कोटली में अब्बास आतंकवादी शिविर, बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय, और मुजफ्फराबाद में लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण केंद्र शामिल थे ।
4. सैन्य उपकरण और रणनीति
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वायुसेना: भारतीय वायुसेना ने राफेल लड़ाकू विमानों का उपयोग किया, जो SCALP और AASM Hammer मिसाइलों से लैस थे ।
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सेनाओं का समन्वय: सेना, नौसेना और वायुसेना ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिससे इसकी प्रभावशीलता और सटीकता बढ़ी ।
5. परिणाम और प्रभाव
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आतंकी हताहत: इस ऑपरेशन में लगभग 80 से 90 आतंकवादी मारे गए, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के परिवार के सदस्य भी शामिल हैं ।
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पाकिस्तान की प्रतिक्रिया: पाकिस्तान ने इस कार्रवाई को 'युद्ध की घोषणा' बताया और भारतीय विमानों को मार गिराने का दावा किया, हालांकि भारत ने इन दावों की पुष्टि नहीं की ।
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सीमा पर तनाव: ऑपरेशन के बाद, नियंत्रण रेखा (LoC) पर दोनों देशों के बीच भारी गोलीबारी हुई, जिससे नागरिकों की जान गई और संपत्ति को नुकसान पहुँचा ।
6. अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका, चीन और ब्रिटेन ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है और कूटनीतिक समाधान की आवश्यकता पर जोर दिया है ।
7. भारत की आंतरिक प्रतिक्रिया
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राजनीतिक समर्थन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऑपरेशन की सराहना की और इसे आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता का प्रतीक बताया ।
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सामाजिक प्रतिक्रिया: देशभर में इस कार्रवाई का स्वागत किया गया, विशेषकर उन परिवारों द्वारा जिन्होंने पहलगाम हमले में अपने प्रियजनों को खोया था ।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद के प्रति 'जीरो टॉलरेंस' नीति का स्पष्ट उदाहरण है। यह ऑपरेशन न केवल सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण था, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और भावनात्मक संदेश भी था, जो उन महिलाओं के प्रति सहानुभूति और सम्मान दर्शाता है जिन्होंने अपने पति खोए। इस कार्रवाई ने भारत की सैन्य क्षमता, राजनीतिक इच्छाशक्ति और आतंकवाद के खिलाफ उसकी अडिग प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया है।