पहलगाम हमले के बाद बौखलाया पाकिस्तान,
राष्ट्रपति ने आधी रात को बुलाया संसद का आपातकालीन सत्र
फिर से हुई बैठक:- जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए ताजा आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में सुरक्षाबलों को निशाना बनाए जाने की खबर सामने आई है। भारत में इस आतंकी वारदात को लेकर भारी आक्रोश है, और इसी बीच पाकिस्तान की ओर से एक असामान्य प्रतिक्रिया देखने को मिली है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने आधी रात को संसद का आपातकालीन सत्र बुलाने का निर्देश दिया है। आधिकारिक नोटिस में इस सत्र को "राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी परिस्थितियों की तत्काल समीक्षा" के लिए बताया गया है
क्या है आधी रात फैसला लेने की वजह:- सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान सरकार को डर है कि भारत इस हमले के बाद सैन्य या कूटनीतिक स्तर पर कड़ी प्रतिक्रिया दे सकता है। भारत की ओर से पहले भी सर्जिकल स्ट्राइक और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान को बेनकाब करने जैसी कार्रवाइयाँ की जा चुकी हैं।
ऐसे में पाकिस्तान का यह सत्र उसकी भीतरू चिंता और अंतरराष्ट्रीय दबाव को उजागर करता है।
विशेषज्ञों की राय:राजनीतिक विश्लेषक डॉ. शकील अहमद का कहना है,
“पाकिस्तान की आधी रात की यह पहल असाधारण है। यह सीधे तौर पर उस घबराहट को दर्शाती है जो भारत की कार्रवाई से पहले महसूस की जा रही है।”
वहीं भारत के पूर्व सैन्य अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) प्रमोद चौहान कहते हैं,
“अब भारत के लिए निर्णायक कदम उठाने का समय है। पाकिस्तान की आतंकी रणनीति को वैश्विक मंच पर बेनकाब करने की ज़रूरत है।”
विपक्ष का हमला:पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं ने भी इस आपात सत्र पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि अगर सरकार पहले ही सख्ती बरतती, तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती।
निष्कर्ष: पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान की राजनीति में अचानक आई बेचैनी इस बात का संकेत है कि इस बार भारत की चुप्पी कोई बड़ा जवाब ला सकती है।
अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि संसद के इस आपात सत्र से क्या ठोस कदम निकलते हैं — या यह भी बीते दिनों की तरह केवल एक औपचारिकता बनकर रह जाएगा।।